फूलों सी जो #सबक पढ़ न सका उन सवालों का क्या #जवाब लिखूँ #वो तो खुद ही है लाजवाब क्या कुछ उन पर मैं #लाजवाब लिखूँ @@@@@@ #चाँद तो फीक़ा-सा लगता है क्या उनके हाथों में मैं #नायाब रखूँ "फूलों सी" इन #नाजुक ऊँगलियों में आखिर क्यूँ कँटीले #गुलाब रखूँ ©Nishank Pandey #dilkibaat