जिससे मिलकर पहले दिल को सुकून मिलता था, अब उससे दिल लगाने की हसरत न रही, कि पहले जो आइना-ए-नज़र बयां करती थी दास्तां तेरे इश्क़ की, अब उनका अंदाज़ बदल गया। अरसे बाद सामना हुआ तरंगों का अर्श से, अफ़सोस अब अर्श का मिजाज बदल गया। #एक अंतराल के बाद की मुलाकात #antrasharma #yqbaba #yqdidi #aestheticthoughts #writerniteshsharma #arshsinghnayak