जेहन तबीयत की में गुलज़ारी आए। तेरी याद आए तो बहुत भारी आए। तेरे हिर्ज़ में दुआ करता हूं कि पागल हो जाऊ। फकत इस से बेहतर ना हमसे गुजारी जाए। कब्र की मिट्टी और फूल की लड़ाई । अब वो क्या चीज़ है जो हारी जाए। दिल धड़कता है और मुसलसल धड़कता है। कोई मुझ से लेके तेरी बीमारी जाए। नाकामी में तो कुछ शेर सहुलत देते थे। बर्बादी किस शेर के सर मारी जाए। जितनी गुजरी है बहुत ना गवार गुजरी है। इस से ज्यादा ना हम से गुजारी जाए। वफ़ा , सजा, ना उम्मीदी, रुसवाईयां। जान जाए तो फिर सारी जाए। #NojotoQuote जेहन तबीयत की में गुलज़ारी आए। तेरी याद आए तो बहुत भारी आए। तेरे हिर्ज़ में दुआ करता हूं कि पागल हो जाऊ। फकत इस से बेहतर ना हमसे गुजारी जाए। कब्र की मिट्टी और फूल की लड़ाई । अब वो क्या चीज़ है जो हारी जाए।