उड़ते बादलों ने भी क्या प्यार फ़रमाया है, धुएँ के हर एक कतरे से दिल लगाया है | यू नहीं बादलों के अश्क बहते हैं, बादलों पर भी ज़मी के इश्क का इल्ज़ाम आया है | #यू ही नहीं बादलों से अश्क बहते हैं |