तेरे बिरह की अग्नि में ही अब हमको जीवन भर रात-दिन बस जलना है, तेरी सुनहरी यादों के साथ ही जीना हमको तेरी यादों के साथ ही मरना है। कल तक थी सुहागन तेरी देखो आज है कलाई और मांग सूनी सूनी मेरी, जाना ही था यूं मुंह मोड़ कर हमसे तो हमको भी अपने संग ही लेते जाते। माना देशभक्ति है सबसे ऊपर, पर बताओ हम कैसे जियें तुमको खोकर, तन्हाई तड़पाती है तेरी यादों में नींद नहीं आती है नैना बदरा से बरसते हैं। खाई थी तुमने हमसे कसमें किए थे वादे जन्मो जन्म साथ निभाने का, बेदर्द जमाने में किसके सहारे छोड़ गए, मौका भी ना दिया सम्भलने का। #करूण_रस #apki_lekhani #apk_lekhani #yqbaba #yqdidi