आज महफ़िल में तुम्हारा नाम सुन तुमसे फिर मिलने की चाहत हो गयी बाद मुद्दत के हुआ जब ज़िक्र तो फिर मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी --प्रशान्त मिश्रा "मोहब्बतें रिटर्न्स"