मोहब्बत का असर देखना है, यानि कि तुम्हें मेरा घर देखना है भरने की बाहों मे हसरत नहीं कोई, भरकर तुम्हें बस एक नज़र देखना है पूछने को हाल-ए-दिल आए ना घर मिरे, उन अग़यार को मेरी कवर देखना हैं सहरा में तब्दील कर दिए आईने जो आँख के, उन आँखों को मिरी आँख का कहर देखना है हक़ीक़त का इल्म हो,हों पीकर के पश्त भी, साक़ी के हाँथ का जहर देखना है नादांन सारी हसरतें मर जायें आँख में, इन आँखों से तुझे एक बार इस कदर देखना है #yqbaba #yqdidi #जहर #कहर #मर #इल्म #ekrajhu #गजल