"इज़हार" तेरी आँखों में जो ख्वाब है, वो ख्वाब मेरा भी हो जाए, तेरी हँसी की जो वजह है, वो वजह मेरी भी हो जाए। जब से तुझे देखा है, तेरी आँखों में ओझल हुए हैं हम, तेरी मोहब्बत में बहकर, खुद से ही बेदिल हुए हैं हम। समझ नहीं आता कैसे बताऊँ अपने दिल के जज़्बात, तेरे बिना अधूरा लगता है मेरा हर दिन और हर रात। मन में एक शंका रहती है हमेशा, क्या करती हो तुम भी हमसे प्यार, या ये सिर्फ़ मेरा ही ख्वाब है, जो रहता है हर पल बेकरार? तो बोलो, क्या तुम मानोगी? मेरा हाथ सदा थामोगी? राहों में अनेकों विपत्ति आएंगे, लेकिन वादा-ए-मोहब्बत हम दिल से निभाएंगे।। ©Ankit yadav #lovetaj