दरख़्त दरारें जिंदगानी में हजारों मैंने दरारों से निकलते पीपल के बीज को वृक्ष बनते देखा मैंने जीवन को मुश्किल हालातों में भी पनपते देखा तस्वीर भी धुंधली पड़ जाती है बिना संघर्ष के भी कहानी अधूरी रह जाती है जवानी में तस्वीर तो बड़ी लुभावनी लगती है हकीकत बयां करता बुढ़ापा आ ही जाता है #लाचार #तकदीर_ए_क़िस्मत #बेटी #जिदंगी #yqdidi #hansu_kalwa #YourQuoteAndMine Collaborating with Hansu kalwa🇮🇳 💖