था वो दिन मोहब्बत का चारो और इश्क़ का शोर था, यहाँ प्रेमी युगलों का तो वहाँ आशिक-ए-वतन का ठोर था, मसला था वादा-ए-कुर्बानी का मगर फर्क इतना था, इनको सिर्फ करना था और 'उनका' निभाने पर जोर था। #आशिक़_ए_वतन #वादा_ए_कुर्बानी #मसला #पुलवामा_वीर_शहीद_को_नमन #ठोर 🇮🇳🇮🇳🙏🙏♥️♥️