Maa "माँ" सिर्फ एक शब्द नहीं, एक एहसास है माँ, सबसे प्यारा अल्फाज़ है माँ ।। हर जख्म की दवा है माँ, हर मन्नत की दुआ है माँ ।। संयम की मूर्ति है माँ, ख्वाहिशों की पूर्ति है माँ ।। मकान को घर बनाती है माँ, उस घर को प्रेम से सजाती है माँ ।। रोते बच्चे की पुकार है माँ, खुशियों का संसार है माँ ।। बच्चे की प्रथम मुस्कुराहट है माँ, हर खुशी की आहट है माँ ।। बच्चों की पहली शिक्षक है माँ, उनकी सदैव रक्षक है माँ ।। बच्चों की शक्ति है माँ, हृदय की सच्ची भक्ति है माँ ।। हमारे दर्द में रोती है माँ, हम जागे तो वो भी ना सोती है माँ ।। सहनशीलता की पराकाष्ठा है माँ, हमारी हर पल आस्था है माँ ।। आँचल में ममता सँवारे, ईश्वर का स्वरूप है माँ, सिर्फ एक नहीं बल्कि अपने भीतर समाए हजारों रुप है माँ ।। खुशनसीब है हम जो माँ हमारे संग है, आखिर उन्हीं से तो हमारे जीवन में रंग है।। - ओजस्वनी शर्मा अंतराष्ट्रीय मातृ दिवस पर मां को समर्पित यह कविता🙏 #happymothersday #nojoto #merealfaaz #ojaswanisharma #maa #love