ज़ख़्म कब नासूर बन जाए ये पता नहीं चलता। जज़बात कब खामोश हो जाए ये ख़बर नहीं लगता। वक़्त रहते इज़हार करदो इन्हें साँसों की लड़ी कब टूट जाए ये कोई कह नहीं सकता। क्यूँ ज़ुबाँ तक ना सकीं? 💔 #kaagaziparinda ✍️ . #yqdidi #yourquote #yourquotedidi #shayari #life #quote 𝘠ourQuote Didi #YourQuoteAndMine Collaborating with नवनीत प्रतीक सिंह