बनाता हूं हर बार धुंध भरी ख्वाबों में तस्वीर तुम्हारी पानी मे कोई लकीर बनती जैसे पलभर में बनना ,पलभर में मिटना उसूल हो जैसे उसका बहुत सुकून देता मुझे ये बनना और मिटना तेरा नजरो से दूर जाना लगता है जैसे मुद्दत हुई तुझसे मिले । हँसा करता था कभी मोहब्बत की कहानियों के नाम पर पर आज खुद को उसी कहानी का पात्र बना देख रहा हूं ,आज उनको हँसता हुआ देख रहा हूं खुद पर । समझ रहा हूं मुहब्बत के जज्बात औ जुनून को जिसकी वजह से यह तेरी तस्वीर धुंध ख्वाबों में भी बना पा रहा हूं । तेरे जाते ही याद आई मुझको की जो गर्द की ओढ़े चादर शिद्दत से मुझे मुस्कुराते हुए निहार रही है । अपने खामोश तन्हा लम्हा को काटने का नायाब नुख्सा है ये तेरी तस्वीरों को अपने धुंध ख्वाबों में बनाना औऱ फिर मिटाना । #brokenheart #brokensoul #brokenlovestory #brokentrust