White एक दरिया का किनारा था बस तेरा ही सहारा था दिल तो बेचारा था बस हालातो का मारा था बस तेरा ही सहारा था कस्ती मझदार मे फ़सी थी फिर भी जिंदगी वो हसीं थी मेरी रुख़सत की घड़ी थी बस्ती सारी सजी पड़ी थी चेहरे पर तेरे मुस्कान हो चाहे तू खड़ा समसान हो पर मेरी मौत की खबर से अनजान हो लफ्ज खामोश और अल्फाज बेज़ुबान हो ©Rohan Rajasthani #Sad_Status sad love shayari Extraterrestrial life status sad