हुआ कुछ ऐसा नदी-नाव के संयोग से उनसे मुलाकात हुई, इश्क़ के मामले में नाकर्दकार मैं , उनसे इख्तिलात हुई, मुतवज्ज दिल हुआ , उनके मासूमियत भरे अंदाज़ से, हुजूम-ए-दहर में मैं और मेरी जाँ-फिज़ा मुझसे हम- ख्यालात हुई। ♥️ Challenge-537 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।