हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिये खुले आम आँचल ना लहरा के चलिये -- बहोत खूबसूरत है हर बात लेकिन अगर दिल भी होता, तो क्या बात होती लिखी जाती फिर दास्ताँ-ए-मोहब्बत एक अफसाने जैसी मुलाक़ात होती हुजूर इस कदर भी ना इतराके चलिये खुले आम आँचल ना लहरा के चलिये. #SJL #NojotoQuote