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"चिंतित मन"

"चिंतित मन"                                                            आज पता नही क्यो मन बहुत उदास था रात्रि के 3 बजे थे और में बहुत चिंतित था ! हमारे देश और दुनिया मे कोरोना नामक एक वायरस जिससे लोगो की मौत हो रही थी जिसे रोक पाना मानव जाति के लिए संभव नही था ! मेरे मन को ज्यादा उदास करने वाली एक घटना (वीडियो)जिसमे मेने 3 से 4 साल के एक बच्चे को आसमान में अपनी माँ से बाते करते हुए देखा वह बच्चा नही जानता था कि उसकी माँ कभी वापस नही आएगी !मुझे लगा कितना बुरा महसूस कर रहा होगा वो बच्चा जो कभी अपनी माँ के बिना सो नही सकता किसी के साथ अपनी माँ को बाट नही सकता कितना दुखद होगा उस नंन्हे से बच्चे के लिए बिना माँ के रह पाना जिसकी जान कोरोना जैसे वायरस ने लेली बहुत अधूरा होता है अपनो के बिना जीना समय के साथ हम उन्हें भूल तो जाते है पर कभी उनकी कमी को पूरा नही कर पाते । पता नही आज एक डर सता रहा है ऐसा लग रहा जैसे सब ठीक नही हुआ तो कितने लोग अपनो को खो देंगे ।इसलिए मेरा सभी लोगो से निवेदन है कृपया जहा है वही रहे जो मिले वो खाले कोई भी गेर कानूनी तरीके से अपने घर पहुचने की कोशिस न करे आपकी एक गलती पूरे भारत वर्ष को ले डूबेगी पता नही कितने लोग अपनो को खोएगे सबसे दुख की बात तो यह है कि अपने किसी को यहा बीमारी होने पर हम उसके अंतिम दर्शन तक नही कर पाते 
में जानता हु बहुत प्यार करते है हम अपनो से इसलिए उनके लिए अपने लिए हम सबके लिए घरो में रहे सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सावधानी वर्ते ..। shubham Satamanyu Sadangi Zarna dayma MONIKA SINGH Shikha Sharma
"चिंतित मन"                                                            आज पता नही क्यो मन बहुत उदास था रात्रि के 3 बजे थे और में बहुत चिंतित था ! हमारे देश और दुनिया मे कोरोना नामक एक वायरस जिससे लोगो की मौत हो रही थी जिसे रोक पाना मानव जाति के लिए संभव नही था ! मेरे मन को ज्यादा उदास करने वाली एक घटना (वीडियो)जिसमे मेने 3 से 4 साल के एक बच्चे को आसमान में अपनी माँ से बाते करते हुए देखा वह बच्चा नही जानता था कि उसकी माँ कभी वापस नही आएगी !मुझे लगा कितना बुरा महसूस कर रहा होगा वो बच्चा जो कभी अपनी माँ के बिना सो नही सकता किसी के साथ अपनी माँ को बाट नही सकता कितना दुखद होगा उस नंन्हे से बच्चे के लिए बिना माँ के रह पाना जिसकी जान कोरोना जैसे वायरस ने लेली बहुत अधूरा होता है अपनो के बिना जीना समय के साथ हम उन्हें भूल तो जाते है पर कभी उनकी कमी को पूरा नही कर पाते । पता नही आज एक डर सता रहा है ऐसा लग रहा जैसे सब ठीक नही हुआ तो कितने लोग अपनो को खो देंगे ।इसलिए मेरा सभी लोगो से निवेदन है कृपया जहा है वही रहे जो मिले वो खाले कोई भी गेर कानूनी तरीके से अपने घर पहुचने की कोशिस न करे आपकी एक गलती पूरे भारत वर्ष को ले डूबेगी पता नही कितने लोग अपनो को खोएगे सबसे दुख की बात तो यह है कि अपने किसी को यहा बीमारी होने पर हम उसके अंतिम दर्शन तक नही कर पाते 
में जानता हु बहुत प्यार करते है हम अपनो से इसलिए उनके लिए अपने लिए हम सबके लिए घरो में रहे सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सावधानी वर्ते ..। shubham Satamanyu Sadangi Zarna dayma MONIKA SINGH Shikha Sharma