Smile ग़ज़ल हो गई लफ़्ज़ तोड़े मरोड़े ग़ज़ल हो गई सर रदीफ़ों के फोड़े ग़ज़ल हो गई लीद करके अदीबों की महफि़ल में कल हिनहिनाए जो घोड़े ग़ज़ल हो गई ले के माइक गधा इक लगा रेंकने हाथ पब्लिक ने जोड़े गज़ल हो गई पंख चींटी के निकले बनी शाइरा आन लिपटे मकोड़े ग़ज़ल हो गई alhad bikaneri