उसने कहा था कि लौट कर आऊँगा मैं। तुम संग अपनी सच्ची प्रीत निभाऊँगा मैं। उम्र गुजर गई हमारी पर लौटा नही अभी। साँसें टूट न जाए उसके बिन मेरी कभी। आज भी तो कह रहा है लौट आऊँगा मैं। सपनों में आकर फिर तुझे सताऊँगा मैं। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 रचना क्रमांक-02... प्रिय साथियों! आपका स्नेह और सहयोग अपेक्षित है- प्रतियोगिता में सम्मिलित होने के लिए पिन पोस्ट का कैप्शन ध्यान पूर्वक पढ़िये। 🌺नियमानुसार लिखी हुई रचना ही सम्मिलित की जा सकेगी। 🌺रात 11 बजे कमेंट विकल्प बन्द हो जाएगा। 🌺Collab के पश्चात done लिखना न भूलें। 🌺पोस्ट करने से पूर्व collab ऑप्शन बंद कर दें, जिससे आपकी रचना का वॉलपेपर गंदा न होने पाए।