कुछ लफ्ज़ मेरे ऐसे हैं, जो दिल पे पहरे जैसे हैं, इन आंखों के अल्फाजों में वो गुमसुम मोती जैसे है, मैं लिखता रहा उन पन्नों पे जो हमारी कहानी की कब्र पे, बिखरे पत्तों जैसे हैं। #brokenheart#लफ़्ज़ों की भाषा