वो अपने आप को उड़ता हुआ बादल समझती है । मैं मैसेज भेजता हूँ वो मुझे पागल समझती है ।। न जाने किस नजरिये से ,नज़र आता हूँ मै उसको । मुझे कालिख़ खुद अपने आप को काज़ल समझती है ।। 'सुल्तान'मोहित बाजपेयी... #मुझे_पागल_समझती_है #NojotoHindi #Nojoto #EmotionalHindiQuotestatic #NojotoWodHindiQuotestatic #Quotes #Shayari #Poetry