अपने किए का हिसाब कीजिए, ढलते हुए सूरज के साथ अपने कार्यों का लेखा-जोखा लीजिए, अगर दुखाया हो दिल किसी का, तो उगते सूरज के साथ उन्हें दिल से प्रणाम कीजिए, हाथ से हाथ मिला कर चल, लोगों में उत्साह ,उमंग और नई रोशनी पैदा कर, अपनी जन्मभूमि का कर्ज अदा कीजिए, हो सके तो निराश व्यक्तियों से भी बात कीजिए, जीवन में होता है हर एक इंसान अहम, इसलिए रोज उन सबका-आदर सत्कार कीजिए, बुराई में क्या रखा है अच्छाइयों का सत्कार कीजिए, नित नित अपने किए का हिसाब कीजिए!! प्रियतम सुप्रभात। अगर हम अपने किए का हिसाब करते चलें तो हमारा काम और बेहतर हो सकता है। #हिसाबकिताब #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi