चुप थे लोग रंग बदल रहे हैं, तुम वक्त बदल दो माधव। सब तरफ आतंग है, तुम शांती दुत बन आओ ना माधव । हाहाकार है सब तरफ मृत्यु कर रही तांडव , सबको जीवनदान देणे संजीवनी बन आओ ना माधव। माना की भुल हुई प्रकृती की अवहेलना की, दर्यादिली से क्षमा करदो न माधव। सबक सिख गए हम की मेहमान है यहाँ के,अब तो ऐ माया समेटो माधव। तु ही आस और आस्था हमारी बीच भँवर मे फसी नैय्या हमारी पार लगाने आओ न माधव। ©shital sharma #astha #Krishna #kanha #God #Trust #spritual #God #Divine #nojatohindi