बुझ जाती है यूँ ही वो लौ, रौशन जो सबको करती है, अंधकार के पथ पर जो, हमें सुरक्षित रखती है, पुलवामा हमले ने सबको, तार तार कर डाला है, कुछ कुत्तों की टोली ने,