Nojoto: Largest Storytelling Platform

बिंदी तेरे नाम की जो सजती है मेरे माथे पे , वो बिं

बिंदी तेरे नाम की जो सजती है मेरे माथे पे ,
वो बिंदी ही तो प्रथम प्रणय की निशानी है ,
मांग   में  जो  रक्त  वर्ण   सिंदूर   सजा है।
उसी को लगा नवजीवन मे प्रथम कदम रखा था।
जो पायल छनकती है पाँवों में मेरे ,
जिसे पहन कर तुम संग प्रेम पग धरा था ,
हाथो की चूड़ियाँ गवाह है हमारे अमिट प्रेम की,
जो छनकती है हँसी में तुम्हारी ,
नैनो का काजल सुनाता है अफ़साने,
चाँदनी रात में तुम संग पहरों बतियाने के।
ये सब कुछ तुमसे ही तो है ,सिर्फ तुम्हारे लिए।।

©poonam atrey
  #बिंदीतेरेनामकी 
#सोलहश्रृंगार
#पूनमकीक़लमसे