किसी की बात पे यदि कोई ख़फा हो तो बताने की ज़ेहमत रहे कोई चाहे कुछ भी बोले लेकिन अपने पे भरोसा रहे लोगों का काम है बोलना बजाए के वो आईना देखें और फिर आक्षेप जड़ें मन में असंतुलन से अशांति हो विभत्स भावना प्रकोपित है कहीं जिनको ज़रूरत थी अपने अशिष्ट जल को त्यागने की वो शिकार हो भड़क रहे तर्क दे लिखावट की सुप्रभात। मन का सूरज चमकता रहे, मन महकता रहे... #मनकासूरज #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi