संसार कर्मवीरो की ही सुनती है अतः अपने कर्म पथ पर विपरीत परिस्थितियों में भी अडिग और प्रशस्त रहने का नाम ही है ___" महाराणा प्रताप__,, #maharanapratap #महाराणाप्रताप