कच्चा मकान उसपे बरसात का भी डर है, छत सर पे गिर न जाए सहमी हुई नज़र है। टूटा है क़हर उसपे सैलाब में घिरा जो, उसका ख़याल किसको जो शख़्स दर-ब-दर है।। #Silent #floodofbihar