रिश्तों में दरार सम्हाल लेता हूं खुद को रिश्ते सम्हाले नहीं जाते लोग निकाल देते है दिल से मुझसे लोग निकले नहीं जाते। कांच सा नाजुक होता रिश्ता इस लिए इसे भरी महफ़िल इसके किस्से उछाले नहीं जाते। रिश्तों को सम्हाल कर रखे वरना दरार आ जाती है इसलिए वादे रिश्तों के टाले नहीं जाते सम्हाल लेता हूं खुद को रिश्ते सम्हाले नहीं जाते लोग निकाल देते है दिल से मुझसे निकले नहीं जाते। #रिश्तोंमेदरार