ज़माने भर का भार रखा है तुमने कितना ग़ुबार रखा है किस्तों में ही अदा कर दो इश्क़ का जो उधार रखा है हसरतों के गुल खिलने दो मैंने बहारों को पुकार रखा है पड़ने दो नज़र हम पर भी हमने ख़ुद को सँवार रखा है शिकवे गिले बह गए रात, अब तो बाक़ी प्यार रखा है #foryou #gubar #ishq #yqhindiurdu #yqdidi #yqhindishayari #madhavawana #lovequotes