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तू आज़ाद पहले भी था और आज भी है,ना क़ैद किया था पहल

तू आज़ाद पहले भी था और आज भी है,ना क़ैद किया था पहले ,ना आज कर रही हू, जहाँ तक तेरी सोच है,वहा तक मेरी पहुँच, चल बदल ले ठिकाना तू, रोका तो किसी ने नहीं,नज़रिया बदल खुद का ज़माने का नहीं।ना मैंने बांधा कल ना बांधा आज,तू चला जा रोका किसी ने नहीं।बस मैने हवा का रुख़ बदला,और वो किताब बंद हो गई।।।@14HH

©Heena Hasan
  # आज़ाद #मोहब्बत @14HH
heenahasan8782

Heena Hasan

New Creator

# आज़ाद #मोहब्बत @14HH #Life

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