उसके चेहरे की मुस्कराहट को देख करके, दिल खिल सा उठता है ना जाने क्यों..! क्यों ऐसा होता है ? जब भी वो मेरे साथ होती है, मेरे दरमियान होती है तो एक सुकून सा मिलता है मेरे दिल को ना जाने क्यों..! क्यों ऐसा होता है ? ये सुकून के दो पल ही तो होते है, जो मुस्कराहट की वजह बनते हैं और मेरी हर मुस्कराहट की वजह में भी, उसके ही तो निशा हुआ करते हैं ❣ ©Ashish Dungriyal उसके चेहरे की मुस्कराहट को देख करके, दिल खिल सा उठता है ना जाने क्यों..! क्यों ऐसा होता है ? जब भी वो मेरे साथ होती है, मेरे दरमियान होती है तो एक सुकून सा मिलता है मेरे दिल को ना जाने क्यों..!