काहानी कौआ की एक कौआ था वह बहुत ।पयासा था वह ईधर ऊदर गया लेकीन उसे कही पानी नही दिखा और वहे बहुत तड़प रहा और वहे उड़ कर जा रहा था और उसे एक जगा मटका दिखाऔर वहे वहा गया और उसमे देखा लेकिन उसमे कम हि पानी था और उस कौआ की सोच नही पोछी और उसने तरकीब सोची और वहे मटके पास ही कुछ कंकड थे और उसने एक एक करके कंकड उस मटके मे डाले ओर पानी उपर आ गया और उसने पानी पिया ओर उड गया ❤❤शि,मेहनत का फल मीठा होता हे। ©Mukesh Bheel mukesh Bheel boy #Lights khshsni