दिल से अपने जिंदादिल हो,सूरत की हो तुम भोली। कोयल से भी प्यारी लगती, जाँ तुम्हारी मधुर बोली। जाँ मेरी है एक गुजारिश, तुम बन जाओ हमजोली। करके एक इशारा देखो, आऊँगा लेकर डोली। #कुकुभ_छंद #जिंदादिल #विश्वासी