सुनो ये चांद तारे तोड़ के लाना मेरे बस का नहीं है, इंसान हूं धरती का कोई देवता नहीं मैं, हां तुम्हारी आंखे न नम होने दूंगा, ये वादा जरूर करता हूं मैं, अगर करोगी जिद चांद सा कुछ लाने की मुझसे, तो सजा के तुम्हे खड़ा कर सकता हूं बस मैं आईने के सामने.... #कविता_शिव_की_कलम_से #शिवेन्द्र नाथ गुप्ता 'शिव' ©Shivendra Gupta 'शिव' #Hum