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I will fight, even after being crippled That's my

I will fight, even after being crippled
That's my spirit

 तुलसीदास रामचरितमानस के बालकाण्ड में लिखते हैं कि शिव पार्वती ने विवाह रीति की शुरुआत, मुनियों के कहे अनुसार भगवान गणेश की पूजा करके की।

"मुनि अनुसासन गनपतिहि पूजेउ संभु भवानि।"

अब बड़ा अचरज ! विवाह हुआ ही नहीं था, भगवान गणेश का जन्म हुआ ही नहीं था, तब यह कैसे संभव ?

"कोउ सुनि संसय करै जनि सुर अनादि जियँ जानि"
I will fight, even after being crippled
That's my spirit

 तुलसीदास रामचरितमानस के बालकाण्ड में लिखते हैं कि शिव पार्वती ने विवाह रीति की शुरुआत, मुनियों के कहे अनुसार भगवान गणेश की पूजा करके की।

"मुनि अनुसासन गनपतिहि पूजेउ संभु भवानि।"

अब बड़ा अचरज ! विवाह हुआ ही नहीं था, भगवान गणेश का जन्म हुआ ही नहीं था, तब यह कैसे संभव ?

"कोउ सुनि संसय करै जनि सुर अनादि जियँ जानि"

तुलसीदास रामचरितमानस के बालकाण्ड में लिखते हैं कि शिव पार्वती ने विवाह रीति की शुरुआत, मुनियों के कहे अनुसार भगवान गणेश की पूजा करके की। "मुनि अनुसासन गनपतिहि पूजेउ संभु भवानि।" अब बड़ा अचरज ! विवाह हुआ ही नहीं था, भगवान गणेश का जन्म हुआ ही नहीं था, तब यह कैसे संभव ? "कोउ सुनि संसय करै जनि सुर अनादि जियँ जानि" #Cambodia #YourQuoteAndMine #हिंदी_साहित्य #गणपति #गीताप्रेस_गोरखपुर