#दोहा-१ जब तू अटारी आवै, मनवा खूब हर्षाय| नैन मोह लियो गोरी, निंदिया गयीं भुलाय| ✍-राजकुमारी मात्रिक अर्धसम छंद "दोहा".....चार चरण...विषम चरणों(१,३)में १३-१३मात्राएँ, सम चरणों(२,४)में ११-११ मात्राएँ,सम चरणों के अंत में गुरु और लघु हो|विशेष👉विषम चरण का प्रारंभ 'जगण' अथवा निश्चित रुप से ज-गण से हो|...आप भी कोशिश करें दोहा लिखने की✌ ** #doha #nojoto #nojotohindi #quotes