Unsplash ग़ज़ल उम्मीदों से हाथ मिलाने आया हूँ यानी ख़ुद ही धोका खाने आया हूँ नादानी का ढोल बजाने आया हूँ पत्थर से शीशा टकराने आया हूँ ठौर ठिकाना भी होगा हासिल या फिर मैं बस दुनिया में ठोकर खाने आया हूँ दर पर तेरे शीश झुका कर मैं दाता ये बिगड़ी तकदीर बनाने आया हूँ धन-दौलत का विश्वा कोई मोह नहीं मैं तो बस ईमान कमाने आया हूँ ©broken heart(analystprakram) #Book sad quotes sad status status for sad sad love shayari sad shayari