आखिर जिंदगी कहां इतनी खूबसूरत थी आपके बिना जैसे बिन पानी मुरझाई सूरत सी ! ~ भाग १ (अनुशीर्षक में ... ) DQ : COUNTDOWN : 418 H ! " पर मलाल तो मुझे रहेगा ... और इसका जिम्मेदार भी मैं एक तरह से ख़ुद को मानता हूँ.., ये जानते हुए भी शायद तुम मुझे मिलो या ना मिलो ,