तोहफा-ए-दोस्ती उन्होंने जो भेजा है चादर मख़मली में तेज़ाबी वो नेज़ा है वस्ल अब उनसे कर लिया मुकर्रर नज़राना मौत का बा-सलीके सहेजा है आगे जो दोस्ती का मंज़र है हमनाम,बदनाम इसमें खंज़र है.. #yqbaba #yqtales #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqdada #maasharatti #माशारत्ती