आज फिर मेरे चहरे पे वो मुस्कान आयी जैसे खुशीयों की मेरे पास दुकान आयी। फिर कुछ मेरे अपनों ने मुझे याद किया है बस ये देखकर मेरी जान में जान आयी।। #khusiyo ki dkan# happy # syari# for you# Ritika Suryavanshi ✍️विनोद उमरतकर