सुबह सोचा था आज, थोड़ी सी ग्रॉसरी शॉपिंग कर लूंगी घर पहुँचते पहुँचते। दोपहर को गुड़िया का फोन आया, बोली मेरी किताबें लेते आना घर पहुँचते पहुँचते। शाम होते-होते मुझे याद आया, मां ने कहा था मंदिर जाकर आना घर पहुँचते पहुँचते। सांझ होते-होते आखिरकार घर पहुंच ही गई, और सारे काम भी कर लिए थे घर पहुँचते पहुँचते। रातने आज अचानक आकर मुझे पूछा, क्यों हो जाती है तुझे देर आजकल घर पहुँचते पहुँचते। मैंने कहा मेरी तो हमेशा से ही है व्यस्त दिनचर्या, पर लगता है आजकल तू जल्दी आ जाती है, मेरे घर पहुँचते पहुँचते। #घरपहुँचते #hindikavita #life #responsibilities #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #yqbaba Collaborating with YourQuote Didi