तुम मिले हो तो मुश्कुरालेता हुँ यादों के भॅवर में डूब जाया करता हुँ तेरा मेरा रूठना मनाना एक आम बात थी फिर न जाने तुम क्यू बुरा मान गए मिलते रहते थे फिर जुदा हो गए न जाने तुम कब ख़फ़ा हो गए एक वादा तेरा मेरा था जो हम ने किया फिर न जाने वो वादे हवा हो गए ख़त लिखा भी था तुमको मिला ही नहीं ख़त में बातें कम यादें थी भरी यादों के भॅवर में डूबते ही रहें वो तारों का गिन्ना वो बातों के पल तेरे मेरे हसी मुलाकातों का पल सब कुछ था मगर एक तुम न थे बस यही एक यही तो कमी मेरी आख़री ही रही 💞तमन्ना💞 ©yogitaupadhyay45gmailcom #तुम मिले हो तो