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न किसी की याद में न किसी के ग़म में रोते है। हम खु

न किसी की याद में
न किसी के ग़म में रोते है।
हम खुदा के है मस्त मलंग
खुदा की मस्ती में रहते है।
Johnson Writer

©Johnson Writer ## Sufi poetry
न किसी की याद में
न किसी के ग़म में रोते है।
हम खुदा के है मस्त मलंग
खुदा की मस्ती में रहते है।
Johnson Writer

©Johnson Writer ## Sufi poetry