आशाएं 17/05/2020 हृदय आशाओं का महा समंदर है, दिल के अंदर उठते महा बवंडर है। आशाओं के मंजर मन के अन्दर है, निराशाओं ने मारे दिल पे खंजर है। दिल हर शक्स से आस लगा लेता, पूरी न होती आशा तो रोता रहता। ज़िंदगी की आस में धड़कता दिल, टूट जाती उम्मीद तो तड़पता दिल। सभी के दिलों में आशाएं अपार है, ज़िन्दगी बनी उम्मीदों का संसार है। हरदिल को सिर्फ आशा से प्यार है, निराशा से दिल हो जाते तारतार है। JP lodhi #Hop