बचपन और लड़ाई जब भी बचपन में मैं करती थी लड़ाई घर जाकर मेरी होती थी पिटाई यु तो लड़ना मुझे तनिक भी न भाये पर किसी की इतनी हिम्मत जो मुझे बुरा भला कह जाये पर बचपन की लड़ाई भी थी मासूमियत से भरी होती सुबह को लड़ते और शाम को फिर दोस्ती हो जाती😊 #BachpanAurLadai Saket..✍️