मै मृग सा ढूँढता तुझे, तू कस्तूरी सी मुझमे महकती हैं मै वृक्ष हूं अकेला वन मे, तू चिड़िया सी मुझपे चहकती हैं कभी बाँसुरी सी बन जाओ तुम, मैं श्याम तुम्हारा हो जाऊं तू आँचल बनजा वो, रात को ओढ़ जिसे मैं सो जाऊ ©Divya Jain #प्यार #नोजोटोहिंदीशायरी #दिल_की_बात #freebird