की थी किताबों से दोस्ती उस समय जब तन्हाइयों में अकेले रोती थी मोहब्बत का तो पता नहीं पर माँ के प्यार के लिए तरसती थी सच्चे दोस्त की चाहत में दर्द से नाता जोड़ीं थी पर किताबों ने सदा साथ निभाया था मेरा साथ देकर मुझे हर परेशानीयों से बचाया था || There is no friend as loyal as a book ©Ayesha Aarya Singh #kitabo #nojotowriting की थी किताबों से दोस्ती उस समय #जब तन्हाइयों में अकेले रोती थी #मोहब्बत का तो पता नहीं पर माँ के प्यार के लिए तरसती थी सच्चे दोस्त की चाहत में #दर्द से नाता जोड़ीं थी पर किताबों ने सदा साथ निभाया था