किसी को कुरान में "ईमान" ना मिला, तो किसी को गीता में "भगवान" ना मिला । उस इंसान को आसमान में क्या "खुदा" मिलेगा, जिस इंसान को "इंसान में इंसान" ना मिला ।। इंसान में इंसान