गा तो मैं भी सकता था,लेकिन गला ही बेवफ़ा निकली। नाच तो मैं भी सकता था,लेकिन साज ही बेवफ़ा निकली। लोग शाहजहाँ की बात करते हैं। ताजमह़ल तो मैं भी बना सकता था,लेकिन मुमताज ही बेवफ़ा निकली। #प्यार ए नगमा